Amarnath Yatra 2025:- हर शिव भक्त अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहता है। यहां बाबा बर्फानी के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। अमरनाथ यात्रा काफी कठिन और कठिनाइयों से भरी मानी जाती है। लेकिन इसके बावजूद भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं आती है। हर साल बड़ी संख्या में भक्त अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं। तो अगर आप भी अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है। अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन आज यानी 14 अप्रैल से शुरू हो गए हैं। आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। तो यहां जानें अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया के बारे में।
अमरनाथ यात्रा की रजिस्ट्रेशन के लिए जरूर चीजें?
अमरनाथ यात्रा की रजिस्ट्रेशन करने के लिए अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां से श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए एक तस्वीर, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी जैसी जरूरी चीजों की जरूरत होगी। वहीं यात्रियों को अपने साथ अपना एक हेल्थ सर्टिफिकेट भी साथ रखना होगा। बता दें कि गर्भवती महिलाएं, 70 साल से ज्यादा उम्र के लोग और 13 साल से कम उम्र के बच्चे अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते हैं।
ऐसे करें अमरनाथ यात्रा की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट jksasb.nic.in पर जाएं
- इसके बाद होम पेज Online Services पर क्लिक करें।
- अब Yatra Permit Registration का ऑप्शन सेलेक्ट करें।
- फिर सभी नियम और निर्देश पढ़ें और I Agree पर क्लिक करके Register चुनें।
- इसके बाद अपना नाम, यात्रा की तारीख, मोबाइल नंबर, आधार नंबर जैसी जरूरी जानकारी भरें।
- इसके साथ में पासपोर्ट साइज फोटो और हेल्थ सर्टिफिकेट (CHC) भी अपलोड करें।
- मोबाइल नंबर पर ओटीपी (OTP) आएगा उसे डालकर वेरिफाई करें।
- करीब दो घंटे के अंदर आपको एक पेमेंट लिंक मिलेगा। लगभग 220 रुपये की फीस भरें।
- पेमेंट पूरा होने के बाद आप पोर्टल से अपनी यात्रा परमिट डाउनलोड करें।
अमरनाथ यात्रा 2025 कब से शुरू होगी?
इस साल अमरनाथ की यात्रा 25 जुलाई 2025 से शुरू होगी और यात्रा समाप्त 19 अगस्त को होगा। 25 जुलाई से भक्तगण बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अपनी यात्रा आरंभ करेंगे। बाबा बर्फानी के दर्शन से हजार गुना पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। बता दें अमरनाथ में शिवलिंग का निर्माण गुफा की छत से टपकती पानी की बूंदों से होती है। बर्फ से बने शिवलिंग के कारण ही इसे ‘बाबा बर्फानी’ कहते हैं।