Betul Ki Khabar – पुल पुलियों पर रेलिंग नहीं, ऊंचाई भी कम, हादसे का खतरा बड़ा नही रहते सुरक्षा के इंतजाम

By sourabh deshmukh

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Betul Ki Khabar / आमला :- ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में चार- पांच दशक पहले बने कम उंचाई के पुल बारिश के दिनों में परेशानी का सबब बन जाते हैं। पुल- पुलिया में रेलिंग नहीं होने हादसे का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि अधिकतर पुल पुलियों की ऊंचाई कम है रपटे जो बनाए गए है उनकी ऊंचाई बढ़ानी चाहिए थी लेकिन इसके कारण हर साल कोई ना कोई हादसे होते ही है। पिछले साल छिपानिया पिपरिया की भैसाई नदी में एक आटो बह गया था जिसमे ऑटो चालक की मृत्यु हो गई थी। इस साल भी भारी बारिश के चलते बेल नदी पर एक ओर हादसा हो गया है। तीन दिन बीतने के बाद भी युवक का कोई सुराग नही मिला है। प्रधानमंत्री सड़क योजना की अधिकतर सड़को पर बने पुल-पुलिया रपटे की ऊंचाई बहुत ही कम है इसकी वजह से हादसों का खतरा बढ़ गया है। लेकिन समय रहते प्रशसान को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

रेलिंग नही होने से होते है हादसे…
ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री सड़क योजना से बनाई गई सड़को में रपटों की ऊंचाई कम तो है ही लेकिन रपटों पर रेलिंग भी नही बनाई गई है। जिसके कारण हादसों का डर बना रहता है। बिना रेलिंग के रपटों में ज्यादा हादसे होते है। जनप्रतिनिधियों द्वारा भी कोई ध्यान नही दिया जाता है जबकि ग्रामीणों द्वारा कई बार रपटों की ऊंचाई बढ़ाने की मांग भी की जाती रही है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दिया जाता है।

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बिना रेलिंग के ही बना दी पुलिया…
बेल नदी सोनतलाई, छिपानिया पिपरिया की भैंसाई नदी पर भी रेलिंग नही बनाई गई है। साथ ही नगर की चन्द्रभागा नदी पर भी रेलिंग नहीं बनाई गई है भारी बारिश के चलते रपटों के ऊपर से पानी बहने लगता है और ऐसे में लोगों का आना-जाना भी शुरू रहता है इसी वजह से लोग हाथों का शिकार हो जाते हैं। वही पल पुलिया ऊपर भी प्रशासन द्वारा सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है

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