भैंसदेही की ग्राम धामनगांव की देढ़ करोड़ की नल-जल योजना में भारी भ्रष्टाचार, आखिर कौन जिम्मेदार ठेकेदार या विभाग
Betul Ki Khabar / भैंसदेही (मनीष राठौर) :- केंद्र सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना अंतर्गत हर घर नल हर घर जल मिले इसके लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर गांव गांव जल जीवन मिशन अंतर्गत नल-जल योजना का कार्य करा रही है। ताकि गांवों में भी शहरों की तर्ज पर रोज़ नल से जल मिले सकें।परन्तु इस योजना को भी भ्रष्टाचार का दिमक लग गया। मामला भैंसदेही विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत धामनगांव में स्वीकृत लगभग देढ़ करोड़ रुपए लागत की नल-जल योजना अंतर्गत ठेकेदार द्वारा जमकर लापरवाही बरती गई यह कार्य एक वर्ष से किया जा रहा है। लगभग गांव में सभी वार्डों में पाइप लाइन डाल दी गई। और नल कनेक्शन भी दे दिए गए। परन्तु एक वर्ष में यह योजना 50 बार दम तोड़ चुकी हैं। जी हां ठेकेदार द्वारा जो पाइप का उपयोग किया गया वह इतने घटीया किस्म के निकले की वह आज तक 50 बार फुट चुके। और बार बार उन्हें रिपेयरिंग कर भष्टाचार पर पडदा डाला जा रहा है।
आधा किलोमीटर की मेन रोड़ की लाइन हुई खराब, गंदी नाली से डाले जा रहे पाइप
ठेकेदार द्वारा एक वर्ष पुर्व मेन रोड़ से पनघट नदी पर स्थित पेयजल कुएं तक डाली गई पाइपलाइन बार बार फुट चुकी है। दरअसल ठेकेदार द्वारा पहले ही इस पाइपलाइन को मेन रोड के बीच से तीन मीटर नीचे डाली दी गई। अब इस रोड़ पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सीसी रोड निर्माण किया गया। जिसके बाद अब पाइपलाइन अंदर से फुट चुकी है। अब ठेकेदार इस पाइपलाइन को ठीक भी नहीं कर सकता क्योंकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत बनी सीसी रोड को तोड़ पाना मुश्किल है। लिंकेज पाइपलाइन का पानी सीसी रोड से बहार निकल रहा है। ठेकेदार अपना भ्रष्टाचार छिपाने के लिए गंदी नाली से दुसरी पाइपलाइन डाल रहा है। ठेकेदार द्वारा ग्राम पंचायत की पुर्व में डली लोहे की पाइपलाइन का ही उपयोग कर रहा है।
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देढ़ करोड़ की भ्रष्टाचार योजना का कौन जिम्मेदार
धामनगांव पंचायत में नल-जल योजना पुरी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रही है। एक वर्ष से लगभग 500 घरों वाली बस्ती और लगभग 3 हजार 800 वाली आबादी के इस गांव में आज तक ग्रामीणों को प्रतिदिन पानी नहीं मिल पाया। आज भी इस गांव में 15 दिनों में पानी की सप्लाई मिलती है आज भी ग्राम की महिलाएं भारी भरकर हैंडपंपों से पीने के लिए पानी निकालती है। जबकि पीएचई विभाग के अधिकारियों को भी इस लापरवाही की पुरी जानकारी है ग्रामीणों द्वारा दर्जनों बार ठेकेदार की शिकायत पीएचई विभाग से की परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हो पाई और ठेकेदार द्वारा बेखौफ अपने भ्रष्ट काम को अंजाम दिए जा रहा है आखिर इतने बड़े मामले का जिम्मेदार कौन है। यह तो होने वाली उच्च स्तरीय जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
ग्रामीणों ने की जांच की मांग
दरअसल पुरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने आरोप लगाएं है कि ठेकेदार द्वारा किए गए नल-जल योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया गया। और इस भ्रष्ट नल-जल योजना का लाभ ग्रामीण ज्यादा दिनों तक नहीं ले पाएंगे। वहीं ग्राम उपसरपंच सुखदेव देशमुख, भाजपा नेता रमेश गीद, दिनेश चिल्हाटे, जयदेव लिखितकर कांग्रेस नेता हनवंत राव पांसे, विश्वनाथ देशमुख,सुरेश महाराज, ने बताया कि अगर पुरे इमानदारी से लगभग देढ़ करोड़ रुपए लागत की नल-जल योजना की जांच की जाए तो सम्बंधित अधिकारि और ठेकेदार की लापरवाही उजागर हो सकती है। और इतने बड़े भष्टाचार में कौन कौन शामिल हैं वह भी सामने आ जाएंगे। ग्रामीणों ने बताया कि यह नल-जल योजना आज ही जमीनदोज हो गई। ठेकेदार द्वारा डालीं पाइपलाइन पुरी घटीया किस्म की है। यह और ज्यादा दीन नहीं चलेगी।
हमारे धामनगांव के भाजपा कार्यकर्ता और मण्डल अध्यक्ष दिनेश वागद्रे द्वारा नल-जल योजना में हुई लापरवाही से अवगत कराया गया, जिला कलेक्टर एवं पीएचई विभाग के अधिकारि से मुलाकात कर जांच कराई जाएगी। लापरवाही जरा भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विधायक महेंद्र सिंह चौहान