निर्माण के मापदंडो की अनदेखी कर हो रहा संजीवनी क्लिनिक का निर्माण
Betul Ki Khabar / आमला :- आमजनों को मोहल्ले में ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने सरकार संजीवनी क्लिनिक खोल रही है। इसके लिए भवन बन रहे है। लेकिन भवन निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगरपालिका के अधिकारी न भवन निर्माण की सामग्री की जांच कर रहे है और न ही सीमेंट-सरिया की ठेकेदार के मनमुताबिक काम हो रहा है। जिससे लोगों में नाराजगी है दरअसल शहर महात्मा गांधी वार्ड क्रमांक 17 में 25 लाख की लागत से संजीवनी क्लिनिक का निर्माण टेकडा स्कूल के पास हो रहा है इसमें मापदंडो की अनदेखी और गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है भवन में जो सरिया और सीमेंट इस्तेमाल हो रहा है वह भी निम्न स्तर का है। जहां तक ईंटों की जुड़ाई की बात है तो उसमें भी घटिया ईंट लगाई जा रही है जिससे संजीवनी क्लिनिक की मजबूती को लेकर कई प्रश्न खड़े हो रहे है जानकार बताते है कि भवन निर्माण के लिए तीन क्वालिटी का सीमेंट इस्तेमाल किया जाता है जिसमें 43 ग्रेड के सीमेंट से जुड़ाई और 53 ग्रेड के सीमेंट से प्लास्टर होना चाहिए जिससे भवन की मजबूती कायम रहती है किन्तु संजीवनी क्लिनिक निर्माण में इन मापदंडो का ख्याल नहीं रखा जा रहा है जिससे लोगों में निर्माण को लेकर आक्रोश दिख रहा है।
सरिया में 4-12 और 2-10 का होना चाहिए फार्मला …
भवन निर्माण में कॉलम के लिए भी मापदंड निर्धारित है जानकार बताते है कि कालम में 4-12 और 2-10 के फार्मले का इस्तेमाल किया जाता है यानि 6 छड़ वाले कालम में 4 सरिया 12 एमएम और बीच की दो सरिया 10 एमएम में होनी चाहिए किन्तु ठेकेदार द्वारा इन मापदंडों पर भी विशेष फोकस नहीं किया जा रहा। जो सरिया कालम में लगाई जा रही है उसमें भी ऊपर जंग लगा हुआ है जिससे भवन की मजबूती को लेकर लोगों में नाराजगी है लोगों का कहना है कि संजीवनी क्लिनिक में दिनभर भीड़ रहेगी लोगों का आना-जाना रहेगा ऐसे में इस भवन का मजबूत होना बेहद आवश्यक है लेकिन घटिया निर्माण किये जाने के बावजूद कार्रवाही न होना यह भी समझ से परे दिख रहा है।
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नपा अधिकारी नहीं कर रहे जांच …
जिस तरह ठेकेदार लापरवाही पूर्वक निर्माण कर रहा है उससे यहीं लग रहा है कि नगरपालिका अधिकारियों ने ठेकेदार को निर्माण में मनमानी की पूरी छूट दे रखी है लोगों ने बताया कि भवन की न तो ठीक से तराई हो रही है और न ही सही अनुपात में सीमेंट मिलाया जा रहा है नगरपालिका के उपयंत्री भी कभी कभार निर्माण का अवलोकन कर औपचारिकताएं पूर्ण कर लेते है जानकार बताते है कि जिस तरह ठेकेदार भवन बना रहा है उससे भवन का कार्यकाल लंबे समय तक टिक पाना मुश्किल है। सामग्री के अलावा मापदंड और निर्माण के कुछ नियम भी होते है जिसे भी ठेकेदार फॉलो नहीें कर रहा है इससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है।
इनका कहना है…
संजीवनी क्लिनिक के निमार्ण में किसी प्रकार की लाहपरवाही बर्दास्त नही की जाएगी स्टीमेट के आधार पर निर्माण कार्य नही किया जाएगा तो भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी
नितिंन गाडरे अध्यक्ष नगर पालिका परिषद आमला