संत साधु बाबा समाधि स्थल बैकुंठ चौदस पर दो दिवसीय लगता है मेला
Betul Ki Khabar / चिचोली :- भारत का अनोखा गांव है जहां दूध दही महीं आम यह सब फ्री में मिलता है l आज के इस महंगाई युग में हर चीज के दाम आसमान पर हैं यहां तक पानी भी मुफ्त में नहीं मिलता लेकिन मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के अंतर्गत चिचोली तहसील के अंतर्गत चूड़िया गांव है जहां लोगों को दूध दही मही आम यह सब कुछ फ्री में मिलता है यहां पर संत सिंधिया साधु बाबा के वचन अनुसार 114 सालों से दूध दही नहीं और आम नहीं बेचा जाता जिसका आज भी लोग वचन निभाने चले आ रहे हैं एक बडी आबादी वाले इस गांव में प्रत्येक घरों में गोवंश मौजूद है साधु बाबा के पांचवीं पीढ़ी के वंशज किशन महाराज बताते हैं कि सिंधिया साधु बाबा महाराज ने 2012 शारदीय की नवमी को जीवित समाधि ली थी l
यह दिव्य समाधि संत चिध्या साधु बाबा महाराज के नाम से प्रसिद्ध है श्रद्धालुओं के हृदय में साधु बाबा के प्रति अटूट भक्ति का भाव है। साधु बाबा के वचन के आज भी गांव के लोग निभाते आ रहे हैं बाबा ने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया बुजुर्ग आज भी बाबा के चमत्कार किदवंती लोगों को बताते रहते हैं। 1911 में गांव में हैजा जैसी महामारी फैल गइ थी जिससे बड़ी संख्या में हैजा के शिकार होकर लोग मर रहे थे ऐसी त्रासदी में बाबा ने महामारी की रोकथाम के लिए गांव में शक्ति की स्थापना कर हैजा जैसी भीषण महामारी से गांव से मुक्त कराया था l
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बैकुंठ चौदस पर यहां दो दिवसीय मेले का आयोजन होता है जिसमें श्रद्धालु धर्म ध्वजा निशान चढाकर विधिवत पूजन अर्चना के साथ मेले का शुभारंभ करते हैं इस मेले में समापन पर देसी शुद्ध घी से बनी पुडी हलवा का भंडारा कराया जाता है इसमें हजारों की संख्या में भंडारे में प्रसाद लेने पहुंचते हैं l कार्तिक मास के बैकुंठ चौदस 14 नवंबर गुरुवार को गुरु साहब बाबा के महंत चंद्र सिंह के सानिध्य में साधु बाबा समाधि स्थल पर मेले का शुभारंभ होगा। मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु समाधि स्थल पर माथा टेकने पहुंचते हैं l
इसके पश्चात प्रतिवर्ष अनुसार राम सत्ता का आयोजन होगा इसमें प्रथम पुरस्कार 21001 रुपए दूसरा पुरस्कार 17001 रुपए तीसरा पुरस्कार 13001 रुपए चौथा पुरस्कार 11001 और पांचवा पुरस्कार 9001 रुपए सहित अन्य पाँच पुरस्कार शामिल है ।