Betul News: बाबा मठारदेव मंदिर के पास प्राकृतिक दरार और झरने की सफाई स्वैच्छिक श्रमदान से की गई। जलस्त्रोत की सफाई के बाद मंदिर में जाने वाली पाइप में प्राकृतिक जलस्त्रोत का फोर्स बढ़ गया। इस जलस्त्रोत का उपयोग कई लोग साल भर पेयजल के रूप में करते हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीके मेश्राम ने बताया कि श्री मठारदेव बाबा मंदिर की तलहटी के बगल में बहने वाले प्राकृतिक झरने और उसके जलस्त्रोत की स्वैच्छिक श्रमदान से सफाई की गई। बाबा मठारदेव के मंदिर में प्राकृतिक जलस्त्रोत से पानी आता है। इसका उपयोग लोग साल भर पेयजल के रूप में करते हैं। प्राकृतिक झरने की स्वैच्छिक श्रमदान से सफाई का कार्यक्रम सुबह 8 बजे से 11 बजे तक चलाया गया। इस अवसर पर वार्ड 9 की पार्षद भावना माकोड़े, उपयंत्री रवींद्र वराठे, कमलेश पटेल सहित अन्य मौजूद थे। झरने के आसपास की घास और झाड़ियों की स्वैच्छिक श्रमदान से सफाई की गई। प्राकृतिक जलस्त्रोत को ढक कर रखा गया। इस अवसर पर सभी को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई। नोडल अधिकारी कमलेश पटेल ने बताया कि अभियान के तहत नगर निगम द्वारा प्रतिदिन जलस्त्रोतों की सफाई की जा रही है।
Betul News: मठारदेव पहाड़ी से बहते प्राकृतिक झरने की सफाई की
Published on: