शिकायत के बाद भी नही हुई जांच कार्यवाही, भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलन्द
Betul News: जिला मुख्यालय बैतुल के आठनेर जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के कार्यालय से महज 35 किमी कि दुरी और जनपदं अध्यक्ष के निर्वाचित क्षेत्र पर स्थित ग्राम पंचायत टेमनी में पदस्थ सचिव विजेन्द्र मानेकर,एवं सरपंच सन्तुलाल उयके के द्वारा ताल में ताल मिलाकर मिलीभगत करते हुए जिस प्रकार से शासन के दिशा निर्देशों का पालन न करते हुए सरकारी राशि का बंदरबांट करने के जुगाड़ में निर्भीक होकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। जिसकी शिकायत ग्रामवासियों ,पीड़ितों,के साथ ग्राम पंचायत एवं जनपद के जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार किये जाने के बाद भी मौका निरीक्षण, जांच, कार्यवाही नही की जा रही उसे देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि जो जनपद पंचायत आठनेर एवं जिले के जिम्मेदार अधिकारी केवल एक्शन दिखाने के लिए पदस्थ हैं जो आम जनता को भ्रमित कर रहे हैं, इनके एक्शन का भ्रष्टाचारियों पर कोई रेक्सिएशन देखने को नही मिल रहा और जनता की नजरों के सामने भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार बदनाम होते दिख रही है।
पूरे मामले को लेकर बात करें तो ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव विजेन्द्र मानेकर जनपद आठनेर ही नही बल्कि पुरे ब्लाक भर के सचिवों में बड़े चग्गढ़ सेक्रेटरी मांने जाते है तो वहीं सरपंच संन्तुलाल उयके किसी बड़े राजनेता से कम नही कारण की विधायक बनकर मंत्रालय में बैठने के उम्मीद पूरी तो नही हुई ?... परन्तु ग्राम पंचायत में बैठने का अवसर आम जनता के गलतियों की वजह से मिल ही गया है।
उसी गलती की भरपाई किए जाने हेतु सरपंच संन्तुलाल उयके के द्वारा विधानसभा चुनाव के दरमियान खर्च किए गए राशि की वसूली का कोरम पूरा ग्राम पंचायत टेमनी से करने में उतारू है । उन्हें शासन के दिशा निर्देश एवं गाइडलाइन से कोई लेना देना नहीं एक सूत्रीय कार्यक्रम यह है कि पूर्व में जितना विधानसभा चुनाव के दरमियान खर्च आया है उसकी भरपाई 5 वर्ष में ग्राम पंचायत टेमनी सरपंच के कार्यकाल के दौरान कर लिया जाना चाहिए?….
शासन के दिशा निर्देशों का नहीं कर रहे पालन
सरपंच सचिव टेमनी के द्वारा शासन के दिशा निर्देशों को दरकिनार करते हुए मनमानी तरीके से कार्य करने में उतारू है, इनके द्वारा निर्माण कार्य के दौरान लगाये जा रहे सामग्री का टेंडर एवं निविदा प्रकाशन नहीं किया गया है जब कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक 20000 से ऊपर की सामग्री क्रय किए जाने हेतु बकायदें निविदा प्रकाशन कर टेंडर प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक माना गया है । लेकिन उन नियम कानून को ठेका दिखाते हुए सरपंच संन्तुलाल उयके एवं सचिव विजेन्द्र मानेकर के द्वारा अपने स्वयं के संस्थान से सामान उठाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है किसी भी प्रकार का टेंडर एवं निविदा का आमंत्रण नहीं किया गया जो जांच का विषय है ?..
निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इनके समय में कई निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के स्पष्ट साक्ष्य मिलते हैं । आश्रम रोड पर सीसी पुलिया का निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हुआ और ना उसे कराने की कोई संभावना दिखती है। मस्टर रोल में भी गड़बड़ी की जाती है । कुप मरम्मत धावडी का निर्माण कार्य अधूरा है। किसी भी निर्माण कार्य को यह कभी भी देखरेख नहीं करते चाहे निर्माण किसी भी प्रकार का हो रहा हो
लीच पिट अधूरे पड़े हैं आवश्यक सामग्री की फीलिंग तक नहीं की गई है| मनमानी करते हुए अपनी मर्जी के काम पंचायत में करना चाहते हैं।
गुणवत्ता दरकिनार
पंचायत के सभी कार्यों में स्तरहीन मटेरियल का उपयोग किया जाता है | मटेरियल सप्लायर एक ही फर्म का उपयोग किया जाता जो भी जांच का एक विषय है | इनके द्वारा सिर्फ बिल वाउचर और पैसे बनाने में ही रुचि रहती है। ग्राम पंचायत के पंचों को आय व्यय और बैंक खाते की जानकारी बार बार मांगने पर भी नहीं दी जा रही है । जो पंचायत अधिनियम के अंतर्गत पूर्ण रूप से गलत है इस प्रकार घोर लापरवाही एवं व्यवहार के प्रति पंचायत सचिव विजेन्द्र मानेकर के कार्यकाल के समस्त कार्यों जांच की जाए। और हम पंचो और ग्रामवासियों के हितों की रक्षा की जाय और अनुशासनात्मक और वैधानिक कार्यवाही की जाए।