मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। लगातार बारिश के कारण राज्य की नदियां-नाले उफान पर हैं। बीच में एक-दो दिन कमजोर हुई तेज प्रणाली आज यानी 31 जुलाई से फिर से सक्रिय होने जा रही है। इससे मौसम विभाग ने बुधवार से अगले 4 दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज पूर्वी भाग जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग के 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। पश्चिमी भाग – भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल में हल्की से भारी बारिश होगी।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसके अनुसार नर्मदापुर पचमढ़ी, छिंदवाड़ा, सीहोर, बैतूल, पांडुरना पेंच, नरसिंहपुर, जबलपुर, उमरिया बांधवगढ़, कटनी, रीवा, मऊगंज, मैहर और सतना में गरज चमक के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। साथ ही सीहोर, रायसेन भीमबेटका में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है।
रीवा क्षेत्र में अभी भी भारी बारिश का इंतजार
राज्य में लगातार हो रही बारिश से अधिकांश इलाकों में नदियां-नाले उफान पर हैं। लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। वहीं अगर बात करें विंध्य के रीवा क्षेत्र की तो यहां अभी भी बहुत कम बारिश हुई है, जिससे किसान परेशान हैं। एमपी में सबसे ज्यादा 31.29 इंच बारिश सिवनी में दर्ज हुई है, जबकि रीवा में अभी तक 8 इंच बारिश भी नहीं हुई है। 31 जुलाई से एक तेज प्रणाली बनने से रीवा, सागर, शहडोल संभाग में भारी बारिश की संभावना है। इससे आंकड़े बढ़ सकते हैं। बता दें कि अब तक राज्य में कुल 9 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। पूर्वी भाग में 9 प्रतिशत और पश्चिमी भाग में 16 प्रतिशत अधिक पानी गिरा है।
चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि वर्तमान में दो ट्रफ और दो चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हैं। एक अगस्त से सिस्टम और मजबूत होगा। पूर्वी भाग में इसका असर ज्यादा रहेगा। दो और तीन अगस्त को भारी बारिश का सिस्टम रहेगा। उन्होंने बताया कि मानसून 21 जून को मध्य प्रदेश में दाखिल हुआ था। 39 दिन में सामान्य बारिश 18.8 इंच से आधी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। 50.40 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।