BETUL NEWS / आमला :- शहर में आवारा कुत्ते बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। शायद ही ऐसा कोई मोहल्ला या फिर गली होगी, जहां इनका झुंड न हो। रात में यह ज्यादा हमलावर हो जाते हैं। झुंड बनाकर लोगों पर हमला करते हैं। पिछले दो माह में आवारा कुत्तों ने दो दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया। कुछ क्षेत्रों में तो लोग रात के समय गली मोहल्लों में बाहर निकलने में डर रहे हैं, लेकिन नगरपालिका इनको पकड़ने मुहिम नहीं चला रही है। इस समस्या पर काबू पाने नगरपालिका के पास न कोई योजना है, न रोकने के लिए कोई अभियान चला जा रहा है। रात के समय शहर के अधिकांश चौराहों, कॉलोनियों के चौराहों व गलियों में कुत्ते समूह बनाकर बैठे रहते हैं। इस दौरान सड़क पर बाइक, साइकिल या पैदल निकलने वाले लोगों पर ये कभी भी हमला कर देते हैं। ऐसे में
लोगों में डर रहता है। हिंसक हो रहे कुत्तेः शहर के मीट- मांस व अंडे के ठेले वाले अवशेष
खुले में फेंक देते हैं। जिसे खाकर कुत्ते हिंसक हो रहे हैं। रितेश खुराना का कहना है कि गली मोहल्ले में कुत्ते दिनभर लोगों के घरों के आगे गंदगी फैला देते हैं। सड़क पर गंदगी लोगों के वाहनों के पहियों व जूता चप्पलों से घरों में पहुंच रही हैं। नपा के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों की मांग है कि कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है, इसके लिए नगरपालिका को पशुचिकित्सा अधिकारी से चर्चा कर आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने की योजना बनानी चाहिए। मीट-मांस विक्रताओं द्वारा खुले में अवशेष फेंके जाने पर उनके खिलाफ सख्ती करनी चाहिए।
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पकड़कर जंगलों में छोड़ा जाएगा
आवारा कुत्तों की नसबंदी का अभियान शरू किया जाएगा। कल से आवारा कुत्तों को पकड़कर शहर से दूर जंगलों में छोड़ा जाएगा।
- उल्लाश जोशी, प्रभारी स्वच्छता मिशन नगर पालिका आमला