कथा में मुलताई विधायक श्री देशमुख भी हुए शामिल
भैंसदेही (मनीष राठौर) :- भैंसदेही ग्राम निपान्या में चल रही संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह का रविवार को समापन किया गया। इस अवसर पर कथा स्थल पर हवन-पूजन और भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर प्रसादी ग्रहण की। कथा के समापन अवसर पर मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख भी शामिल हुए। उन्होंने यहां श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के लिए सौभाग्य का विषय है कि हमारे क्षेत्र में श्रीमद भागवत कथा जैसा आयोजन हो रहा है। ऐसे आयोजनों में सभी को बढ़चढक़र हिस्सा लेना चाहिए। भागवत कथाओं के प्रसंगों को जीवन में उतारना चाहिए। श्री देशमुख ने कहा कि मैं रोजाना कहीं न कहीं कथा में जाता है। लेकिन यहां आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। इसके साथ ही अपनों से मिलने का भी मुझे मौका मिला है। कथा के समापन पर कनाठे परिवार ने सभी अगंतुकों का आभार व्यक्त किया। बता देकि 31 मार्च को कलश यात्रा निकालकर संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह की शुरूआत की गई थी। गाजेबाजे के साथ कलश यात्रा आयोजन स्थल से प्रारंभ हुई, जो ग्राम के मुख्य मार्गो से होकर निकाली गई। आयोजक कनाठे परिवार ने बताया कि संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह के अंतर्गत प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक कथा वाचक पंडित अविनाश खंडाग्रे द्वारा श्रद्धालुओं को कथा सुनाई जा रही थी, जिसमें रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर कथा का रसापान कर रहे थे।
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भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ग्रहण की प्रसादी
31 मार्च से चल रही संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का समापन 6 अप्रैल को हवन-पूजन और भंडारा प्रसादी वितरण के साथ किया गया। कनाठे परिवार ने बताया कि सुबह हवन-पूजन और उसके बाद प्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर गांव सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और सभी ने भंडारा प्रसादी का लाभ लिया। कथा के समापन अवसर पर आयोजक कनाठे परिवार ने आयोजन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक पंजाबराव बोड़खे, गायत्री परिवार से उत्तमराव गायकवाड़, कुन्बी समाज जिलाध्यक्ष दिनेश मस्की, भास्कर मगरदे, विश्वनाथ धोटे, मुन्ना मानकर, उज्जवल पांसे, मनोज धोटे, कुन्बी समाज भैसदेही अध्यक्ष वासुदेव धोटे,o ब्रह्मदेव कुबड़े, मारोती बारस्कर, पूर्व अध्यक्ष मनीष नावंगे, प्रमोद कापसे, विश्वनाथ देशमुख, डां इन्द्रदेव लिखितकर, रवि धाड़से, केशर लोखंडे, के आर खासदेव, सीबी बारस्कर, नामदेव कोसे, गुलाबराव सेलकरी, प्रमोद महाले, कमलेश कावड़कर, सहादेव लोखंडे, यशवंत देशमुख, महिला संगठन अध्यक्ष पावस महाले,पर्व अध्यक्ष सत्यदेवी लोखंडे, माध्वी देशमुख, प्रमिला धाड़से, अनिता बारस्कर, सुनिता कुबड़े, कविता कावड़कर, छाया नावंगे, चन्द्ररेखा बारस्कर, गीता सेलकरी अरुणा राने, नमिता धाड़से, नियति बारस्कर सहित अन्य मौजुद रहे।