Betul Samachar – सुदुर सडक़ निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप, ग्रामीणों ने जनसुनवाई में दिया आवेदन

By betultalk.com

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सडक़-पुलिया जल्द बनाने की मांग, सडक़ पर पड़ी मिट्टी से ग्रामीण परेशान

Betul Samachar / आमला – तिरमहू से सोनलताई सुदुर सडक़ निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी जनसुनवाई में की है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के नाम दिये आवेदन में बताया कि तिरमहू से सोनलताई सुदुर सडक़ मार्ग 64, 21,000 रूपये की लागत से बनाई जा रही है। जिसमें दो पुलिया बनाई गई है वह पहली बारिश में दोनो ओर खुदा गई है और किसानो को आने जाने में बहुत दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अनदेखी के कारण पुरानी पुलिया के ऊपर ही नई पुलिया का निर्माण किया गया है, जबकि नई पुलिया बनाई जानी थी। ऊपर से जेसीबी मशीन से खुदाई करके रोड पर मिट्टी डाली गई है। बारिश और सडक़ पर मिट्टी की वजह से कीचड़ हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में मजदूरी की जगह जेसीबी मशीन से कार्य करवाया गया है। जिसकी शिकायत भी कार्यपालन यंत्री ग्रामीणी यांत्रिकी विभाग मुलताई से की थी, लेकिन कोई कार्रवाही या जांच नहीं हुई। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से उक्त सडक़ मार्ग के निर्माण और उसमें बरती गई लापरवाहियों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाही किये जाने की मांग की है।

लंबे समय से बंद पड़ा है निर्माण कार्य …

लंबे समय से सडक़ निर्माण का कार्य बंद है। सडक़ पर मिट्टी फैले जाने से आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण रविकांत उघड़े, कृष्णराव गव्हाड़े, गन्नू ने बताया कि तिरमहू से सोनतलाई तक सुदूर सडक निर्माण में तय मापदंड का ध्यान नहीं दिया जा रहा था। इसे लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी। जिसके बाद सडक निर्माण का काम रोक दिया गया, तब से अब तक दोबारा सडक निर्माण शुरू नहीं हो सका। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मिट्टी की वजह से बरसात में कीचड़ हो गया है। यदि जल्द ही सडक पूरी नहीं बनी तो इस सडक़ से ग्रामीणों का आना-जाना बिल्कुल भी संभव नहीं हो पायेगा।

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पुलिया निर्माण में भी लापरवाही के आरोप …

तिरमहू से सोनतलाई तक सुदूर सडक के साथ-साथ पुलिया निर्माण भी होना था, लेकिन मार्ग में पडऩे वाली पुलिया को बनाने के बजाये पुरानी पुलिया के आजू-बाजू पाइप डालकर पुरानी पुलिया को नई दर्शा दिया गया। इसे लेकर भी ग्रामीणों में नाराजगी दर्ज कराई थी। ग्रामीणों का कहना था कि पुरानी पुलिया के आजू-बाजू पाइप डालने से भविष्य में पुरानी पुलिया क्षतिग्रस्त होती तो ग्रामीणों का सडक से आना-जाना अवरूद्ध हो जाता। ग्रामीणों का कहना है कि इस लापरवाही के बावजूद अधिकारी कोई कार्रवाही तक नहीं कर रहे है। जिससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बड़ी पुलिया स्वीकृत नही हुई है, उसे किसी भी मद से जोडक़र उसका निर्माण रोड के साथ कराया जाये।

इनका कहना है

जनसुनवाई में आवेदन आया है जाच कराई जायेगी

संजीत श्रीवास्तव सीईओ आमला

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