Betul Breaking News: शहर के एक मॉल में अजीबोगरीब घटना सामने आई है। मॉल में काम करने वाले एक कर्मचारी ने 71 फ्रिज और 11 एलईडी टीवी को नुकसान पहुंचाकर फरार हो गया। घटना के संबंध में पुलिस में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई। कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने जमानत भी दे दी। वहीं, सीसीटीवी में उपकरण को नुकसान पहुंचाते हुए एक कर्मचारी की तस्वीर कैद हो गई। पूरी घटना 2 नवंबर को बैतूल गंज इलाके के गुप्ता मॉल में हुई। मॉल मैनेजर संजीव गुप्ता के मुताबिक, उनके मॉल में बिक्री के लिए रखे 71 से ज्यादा फ्रिज और 11 एलईडी टीवी को नुकसान पहुंचाया गया। इसे तोड़ते समय जब ग्राहकों ने टीवी में खराबी और फ्रिज पर खरोंच देखी तो इसकी जांच की गई। मॉल के सीसीटीवी सिस्टम को खंगाला गया तो हाथ में ब्रेसलेट लिए एक कर्मचारी फ्रिज को खरोंचता और टीवी को नुकसान पहुंचाता नजर आया। इस कर्मचारी की पहचान कमल पवार के रूप में हुई है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ब्रेसलेट से फ्रिज को खरोंचा गया था। ऐसे दिया वारदात को अंजाम मॉल प्रबंधन के अनुसार कुछ दिन पहले एक युवक उनके मॉल में काम कर रहा था। लेकिन वह कुछ दिनों की छुट्टी पर चला गया। छुट्टी के बाद जब युवक मॉल गया तो उसने अंगूठी और ब्रेसलेट से तीसरी मंजिल पर स्थित कई इलेक्ट्रॉनिक सामान को नुकसान पहुंचाया। टीवी स्क्रीन तोड़ने के बाद सिरफिरा यहीं नहीं रुका, उसने ब्रेसलेट से लगातार दर्जनों रेफ्रिजरेटर को नुकसान पहुंचाया। इस तरह डिपार्टमेंट स्टोर के मालिक को करीब 18 हजार क्राउन का नुकसान हुआ। उसने एलईडी टीवी स्क्रीन तोड़ दी। सीसीटीवी में कैद हुई वारदात तीसरी मंजिल पर पहुंचने के बाद एक युवक इधर-उधर घूमता नजर आता है। इसके बाद वह मॉल की दीवार पर लगी 32 इंच और 55 इंच की टीवी स्क्रीन को अंगूठी और ब्रेसलेट से एक-एक करके नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। जिस समय उसने यह हरकत की, उस समय मॉल का कोई अन्य कर्मचारी या ग्राहक मौजूद नहीं था। कैमरे में कैद हुआ युवक टीवी को नुकसान पहुंचाने के बाद यहीं नहीं रुका, फिर धीरे-धीरे अपनी अंगूठी से ब्रांडेड कंपनी के करीब 71 रेफ्रिजरेटर को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। बोर होने पर वह मॉल से चला गया।
एफआईआर दर्ज
गुप्ता मॉल के मैनेजर संजीव गुप्ता ने मामले की शिकायत गंज थाने में की। दो दिन बाद पुलिस ने धारा 324 (5) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी सुनील पवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कर्मचारी को भी गिरफ्तार कर कोर्ट ले गई। जहां से उसे जमानत मिल गई।
तत्कालीन टीआई रविकांत डहरिया ने बताया-
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि प्रबंधन ने उसे पूरा वेतन नहीं दिया। इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। इससे मानसिक समस्याएं भी ठीक होती हैं। उधर, मॉल संचालक मुकेश गुप्ता ने बताया कि आरोपी कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया जा चुका है। उसका वेतन 24 हजार रुपए था। लेकिन उसने प्रबंधन से 40 हजार रुपए मांगे। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक थी।
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