पुत्री ने माँ की अर्थी को दिया कांधा, बेटे का किया फर्ज पूरा
Betul Ki Khabar/ भैंसदेही (मनीष राठौर) :- भैंसदेही ग्राम मालेगांव में क्षत्रीय लोणारी कुन्बी समाज संगठन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सत्यदेवी लोखंडे की दो माताजी मे एक माताजी श्रीमति सुशीला बाई ठाकरे उम्र लगभग 65 वर्ष का स्वर्गवास 29 जनवरी को रात्रि मे हो गया था। वह अपनी माता की एकलौती पुत्री थी। जिन्होंने बेटे का फर्ज पूर्ण करते हुए शवयात्रा में अपनी माँ की अर्थी को कांधा दिया और शमशान घाट तक गई। बता दे कि क्षत्रीय लोणारी कुन्बी समाज संगठन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सत्यदेवी लोखंडे के पिताश्री वाुसदेव ठाकरे और श्रीमती सुशीला ठाकरे की एकलौती पुत्री है, पेशे से शिक्षक व उनके पति सहदेव लोखंडे भी शिक्षक है।
42 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहे सीएम राइज स्कूल में हो रही भारी धांधली
श्रीमति लोखंडे सामाजिक सरोकारों से प्रत्यक्ष जुड़कर सामाजिक कल्याण को नित नए आयाम देने वाली सत्यदेवी लोखंडे ने दुस्साहसी पहल करते हुए महिला समूह के साथ न केवल स्व. माता को शमशान घाट पहुंचकर, बल्कि पुत्र की भांति दाह संस्कार रूपी क्रिया कर्म भी संपन्न कर समाज की सदियों से चली आ रही कुप्रथा की विशेषकर ग्रामीण महिलाओं के लिए दाह संस्कार में सम्मिलित होने का रास्ता प्रशस्त्र किया। उनकी इसी सार्थक पहल का सर्वत्र स्वागत कर प्रशंसा की जा रही है। ग्राम मालेगांव के इस नवाचारी पहल में लगभग 60-70 महिलाएं शव यात्रा मे सम्मिलित हुई। शवयात्रा मे बड़ी संख्या मे सामाजिक, राजनैतिक, स्वजातिय बंधु, पत्रकारगण, रिश्तेदार नातेदारो द्वारा भावपूर्ण श्रध्दांजली दि गई।