प्रकृति के अनुरूप मानव की प्रकृति हो- प्रो. एम डी वाघमारे
BETUL NEWS – शाहपुर शासकीय महाविद्यालय में मंगलवार को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग विषय पर आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एम डी वाघमारे ने कहा कि पर्यावरण व प्रकृति मनुष्य के क्रियाकलापों से प्रभावित होते हैं। प्रकृति के अनुरूप मनुष्य की प्रकृति होना चाहिए अन्यथा प्रकृति में विकृति मनुष्य के लिए चिंताजनक हो सकती है। कार्यशाला के मुख्य वक्ता के रूप में जयवंती हाक्सर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैतूल से पधारे प्रोफेसर एस डी डोंगरे ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए पर्यावरण की रक्षा हेतु अपनाये जाने वाले प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने संविधान में उल्लेखित कर्त्तव्यों का जिक्र करते हुए विद्यार्थियों से पेड़ लगाने व उसकी सेवा करने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम की भूमिका व संचालन कार्यशाला के संयोजक डॉ शीतल चौधरी एवं आभार प्रदर्शन डॉ नितेश पाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालयीन स्टाफ, डॉ सुभाष वर्मा,वैशाली कहार,सौरभ गुप्ता,पूर्व छात्र सुभाष बकोरिया एवं लगभग 60 विद्यार्थी उपस्थित थे।