खनीज विभाग के निरीक्षक की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
Betul News / आमला :- मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा अवैध खनिजों के उत्खनन, परिवहन और भंडारण पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश के बाद प्रदेश के कई जिला कलेक्टर व अफसर एक्शन मोड में आ गए। प्रदेश के अनेको जिलों में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन व भंडारण पर जब्ती और जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है, लेकिन सरकार की सख्ती के बाद भी बैतूल जिले में रेत कारोबारियों के हौसले पस्त नहीं हो रहे हैं। खनिज विभाग के उदासीन रवैया के चलते सरकार की किरकिरी हो रही है। मामला रेत की कालाबाजारी अवैध भंडारण का है। जिला मुख्यालय सहित ब्लाको मे कालाबाजारी करने वाले रेत कारोबारी कई स्थानों पर रेत का अवैध भंडारण करने में लगे हुए हैं शहर मे खुलेआम बिना रायल्टी रेत ट्रेक्टर ट्राली से खुलेआम बेचीं जा रही है गोविंद कालोनी की सड़क पर इस अवैध करोवार के कारण रेत फैली रहती है जिससे दुर्घटनाए होती नगर की कुछ कॉलोनियों में रेत के ढेर लगे हुए हैं। कई जगहों पर रेत का अवैध भंडारण किया हुआ है। इसका खनिज विभाग की अनुमति के बिना भी क्रय-विक्रय किया जा रहा है।
डोडावाणी मे अवैध भंडारण पर नही बना प्रकरण
बीते शुक्रवार 28 जून को खनीज टीम आमला ब्लाक के ग्राम डोडावाणी पहुंची थी विभाग के जिला खनीज अधिकारी मनीष प्लेवार को अवैध रेत भंडारण की सूचना और फोटो नागरिकों द्वारा दिये गये थे जिस पर वे भोपाल मीटिंग मे होने के कारण खनीज निरीक्षक् भगवत नागवंशी जो आमला ब्लाक देखते है उन्हे निर्देशित किया था जबकि टीम को गुरुवार 27 जून को आमला पहुंचकर ग्राम पहुंचना था लेकिन आवश्यक कार्य के नाम पर वे शुक्रवार शाम 4 बजे ग्राम पहुँचे और ग्राम मे पानी की टंकी के पास व रेत विक्रय करने वाले धामन यादव के घर जाकर रेत देखी इसके आलावा अन्य जो लोग रेत का व्यापार करते है उनकी भी सुध ली और टीम रेत को भस्वा रेत और कम मात्रा बताक्र्र् वापसी लोट आई ।
गुरुवार 27 जून को खनीज माफियाओ को दे दी जानकारी
गौरतलब है की खनीज विभाग के आमला से जुड़े कर्मचारी ने ग्राम जम्बाड़ा जम्बाडी और डोडावाणी के रेत व्यवसाय करने वालों को गुरुवार ही जानकारी दे दी की बड़े साहब ने हमे जांच करने का बोला है तुम लोग देख लो तो हम आज नही आते लेकिन कल आना ही पड़ेगा इस पर गुरुवार के दिन और रात मे ही डोडावाणी के खनीज माफियाओ ने रेत के स्टॉक मे से भारी मात्रा मे रेत ट्रेक्टर ट्रालियों से खेत व अन्य स्थानों पर 2 से 4 ट्राली के हिसाब से बगरा दी जैसे उन्हे निर्देश थे उसके बाद शुक्रवार टीम ने पहुंचकर औपचारिक रस्म अदायगी कर दी घर पर 5,6 ट्राली रेत है और जिस शासकीय भूमि पर रेत का स्टॉक है वहा किसानो द्वारा पानी के टांके का प्लास्टर करवाने रेत लाई है जबकि वहा सिर्फ एक हि किसान का टाका है जो रेत व्यवसाय करता है और उस व्यवसायी से रेत की रायल्टी परिवहन या उतखनन की पंचायत से कोई परमिशन की जानकारी भी नही मांगी गई ।
जम्बाड़ा जम्बाड़ी नही पहुंची टीम
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वही खनीज निरीक्षक को ग्राम जम्बाड़ा जम्बाड़ी के अवैध रेत स्टॉक की जानकारी देने के बाद भी वे वहा नही पहुँचे क्योकि दोनो ग्रामो के खनीज माफियाओ ने ही खेल मे मीडियेटर की भूमिका निभाई थी इसलिए दोनो ग्रामो पर कोई जांच नही हुई।
खनीज विभाग की कार्यवाही पर खुद सवाल उठा रहे निरीक्षक
बीते दिनों ग्राम नांदपुर मे एस डी एम व जिला खनीज अधिकारी को शिकायत के बाद खनीज विभाग के अधिकारी एम के वशिष्ठ राजस्व विभाग व तहसीलदार द्वारा 20 घन मीटर का प्रकरण रेत बजरी के अवैध भंडारण पर बनाया था और इस मामले पर खनीज निरीक्षक नागवंशी ने यह कहकर सवाल उठा दिया की ग्राम डोडावानी मे रेत भंडारण मे भस्वा रेत और काली रेत अधिक थी जबकि नांदपुर मे भी काली रेत और बजरी पर प्रकरण खनीज विभाग ने हि बनाया था।
और गुरुवार जब रेत का भारी मात्रा मे अवैध स्टॉक दो से तिन स्थानों पर था लेकिन टीम नही आई और अगले दिन जिन् जिन स्टॉक से रेत शिफ्ट की गई उन स्थानों की नपाई भी नही की गई जिससे खनीज विभाग की कारवाई पर सवाल उठ रहे।