अजब सिस्टम का गजब कारनामा : गुरुवा बाबा का चौपाल घोटाला व अभद्रता के आरोप के कारण बदली गईं थी पंचायत

By sourabh deshmukh

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जिस पंचायत में भ्रष्टाचार कर हुए थे गायब, उसी पंचायत में फिर अतिरिक्त प्रभार, ग्रामीण बोले पिछले कार्यकाल की हो सम्पूर्ण जाँच

Betul News in Hindi / भीमपुर (मनीष राठौर) :- भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय से सटी हुई ग्राम पंचायत पलासपानी पंचायत का कारनामा किसी से छुपा नही है।गौरतलब हैं कि सचिव मंगूसिंग उइके के कार्यकाल में गुरुवा बाबा स्थान पर दो अलग-अलग मदो से तकनीकी स्वीकृति ली गई थी।जिसमे एक मद से निर्माण कार्य कर दूसरे मद की लगभग 2.50 लाख रुपये की राशि डकार ली गई थी।जिसकी खबरे प्राथमिकता से प्रकाशित होने के बाद अफरा-तफरी में एक चौपाल और उसी स्थान पर बना कर शासन की राशि का दुरुपयोग किया गया जिसकी जिला पंचायत सीईओ द्वारा जाँच करवाई गई थी जिसमे खबर सही पाई गई और जिला पंचयात में पेशी भी चल रही थी।पर जैसे ही जिला पंचायत सीईओ महोदय का स्थानांतरण हुआ सारा मामला दबा लिया गया।साथ ही सचिव मंगूसिंग उइके पे पलासपानी पंचायत में ग्रामीणों से अभद्रता करने के आरोप भी लगे थे जिसके बाद जनपद सीईओ द्वारा सचिव मंगूसिंग उइके को आदर्श पिपरिया अटैंच कर दिया गया था।बाद में सचिव मंगूसिंग उइके का तबादला भी आदर्श पिपरिया हो गया था।पर कुछ सालों बाद फिर उसी पंचायत का अतिरिक्त प्रभार मिलना समझ से परे हैं।

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ग्रामीण बोले पिछले कार्यकाल की सूक्ष्मता से हो जाँच कई काम है गायब:-
ग्रामीणों का कहना है कि सचिव मंगूसिंग उइके की पिछले कार्यकाल की सम्पूर्ण जाँच होनी चाहिए क्योंकि पिछले कार्यकाल के बहुत से काम गायब है।यदि सूक्ष्मता से निष्पक्ष जाँच की जाए तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।अब देखना यह हैं कि क्या सीईओ महोदय द्वारा ग्राम पंचायत पलासपानी में सचिव मंगूसिंग उइके के पिछले कार्यकाल की जाँच करवाई जाएगी या ऐसे ही छोड़ दिया जायेगा।

जनपद सीईओ बोले मेरी जानकारी में नही है मैं दिखवाता हूँ:-जनपद सीईओ भीमपुर अभिषेक वर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुझे इस बारे में जानकारी नही थी मैं दिखवाता हूँ।

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