Betul Samachar: आमला। शहर की टू-लेन सड़क पर बस स्टैंड से चंद्रभागा नदी तक डिवाइडर और फुटपाथ की कमी खल रही है। इस हिस्से में सर्वाधिक ट्रॉफिक रहता है। ऐसे में फुटपाथ के अभाव और डिवाइडर की कमी से पैदल राहगीर सड़क पर ही चलते है। जिससे हमेशा हादसों की संभावना बनी रहती है। लोगों का कहना है कि इस सड़क पर वाहनों की दिशा और रफ्तार दोनों अनियंत्रित रहती है। डिवाइडर के अभाव में टू-लेन सड़क पर रोजाना वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। बता दे कि बैतूल से बांसखापा नागदेव मंदिर तक 129 करोड़ से 72 किमी टू-लेन सड़क का निर्माण हुआ है। इसमें शहर के बस स्टैंड से चंद्रभागा नदी तक सड़क के बीचोंबीच डिवाइडर बनाया जाना था और एस्टीमेट में डिवाइडर निर्माण भी शामिल था, लेकिन ठेकेदार ने न तो डिवाइडर बनाया और न ही फुटपाथ का निर्माण हुआ है, जबकि करीब एक-दो किमी लंबे इस मार्ग पर यातायात का सबसे अधिक दबाव रहता है। बाजार के दिन ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाती है। जाम लगने से लोगों को रेंगते हुए अपने वाहन निकालने पड़ते हैं। ऐसे में सड़क पर डिवाइडर और फुटपाथ होना आवश्यक है।
फुटपाथ नहीं बनने से सड़क तक पहुंची दुकानें
सड़क पर डिवाइडर के साथ-साथ दोनों ओर फुटपाथ भी बनना था, लेकिन डिवाइडर और फुटपाथ के नहीं बनने से दुकानदार अपनी दुकानें सड़क किनारे तक फैला लेते है। यदि डिवाइडर बनते है तो ये दुकानें भी सड़क से दूर हट जाएगी। इससे काफी हद तक ट्रॉफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी। शहरवासियों एडवोकेट महेश प्रजापति, गोलू सोलंकी, अविनाश उईके, मोना कनोजे का कहना है कि सड़क में डिवाइडर पहले से बनना था, लेकिन डिवाइडर नहीं बनाया। अब ट्रॉफिक बढ़ते ही वाहन चालकों को डिवाइडर की कमी खलने लगी है। डिवाइडर नहीं होने से वाहन चालक भी गलत दिशा से वाहन चलाते है। जिसके कारण जाम की समस्या तो उत्पन्न होती ही है, साथ ही दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी बढ़ गई है।
इन स्थानों पर रहता है हादसों का डर
शहर के बीचोंबीच से गुजरने वाले टू-लेन सड़क पर बस स्टैंड से लेकर चंद्रभागा नदी तक सबसे ज्यादा ट्रैफिक रहता है। करीब एक से दो किमी के इस मार्ग पर आधा दर्जन से अधिक ऐसे स्पॉट है, जहां हमेशा भीड़ और यातायात का अधिक दबाव रहता है। लेकिन इन स्थानों पर भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। खासकर बस स्टैंड, रेलवे क्रॉसिंग, जनपद चौक, गोविंद कॉलोनी चौक, पंचवटी चौक, रतेड़ा रोड, संतोषी माता मंदिर के पास वाहनों का सबसे अधिक दबाव रहता है और वाहन चालक इस मार्ग पर भी ट्रैफिक नियमों को फालों नहीं करते है। वाहनों की दिशा तय नहीं होने से दुर्घटनाएं बढ़ रही है और लोगों को इसका खामियाजा चुकाना पड़ रहा है।
इनका कहना है –
बस स्टैंड से दूसरी तरफ डिवाइडर बन रहा है। इसे ही स्टीमेट बनाकर आगे बढ़ा दिया जाएगा। सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ बनाने के लिए भी प्रयास करेगे।
-राजेश राय, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी, मुलताई।
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