Betul Samachar (आशुतोष त्रिवेदी) :- कोथलकुण्ड माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाने वाला त्योहार बसंत पंचमी आज है। इस दिन विद्या, बुद्धि और ज्ञानदायिनी मां सरस्वती की पूजा की जाती है और इस उत्सव पर देश भर में रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है। इस अवसर पर छोटे बच्चें की विद्या का आरंभ करवाए जाने की भी परंपरा है। इसके अलावा विद्यार्थी, लेखक, कवि, गायक, वादक और साहित्य से जुड़े लोग भी इस दिन मां सरस्वती की आराधना करते हैं।
कोथलकुण्ड सरस्वती शिशु मंदिर में विद्या की देवी मां सरस्वती के पूजन-अर्चन के साथ बसंत पंचमी धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने शुभ मुहूत में कलम और पुस्तकों के साथ विद्यादायिनी की अराधना की इस दौरान छात्र-छात्राएं उत्साहित नजर आए।
Betul News Today : पुलिस चौकी एवं नगर परिषद को व्यापारी संघ ने सोपा ज्ञापन
बच्चों ने बनाया स्वास्तिक चिह्न
सरस्वती शिशु मंदिर में ज्ञानदायिनी मां सरस्वती का पूजन एवं नवागत शिशुओं का विद्यारंभ संस्कार किया गया इसके पश्चात पंडित रमाकांत दुबे द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण से हवन पूजन संपन्न कराया गया। इस अवसर पर आचार्य दीदियों के सहयोग से नवागत शिशुओं ने स्वास्तिक चिह्न बनाया व अक्षर ज्ञान प्राप्त किया। इस दौरान विद्यालय के संयोजक संजय बाजपेई,सहसंयोजक चंद्रकिशोर पाटिल, प्रधानाचार्य पूजा बाजपेई, सरिता गाढ़वे साक्षी बाजपेई,रोशनी इंचुलकर,पूर्णिमा इंचुलकर,पूनम गावंडे,सरिता राने,आरती राजने, आचार्य अंकुर देशमुख सहित सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राएं और ग्रामीणजन मौजूद रहे।