MP Lok Sabha Election :- देश मे एनडीए की सरकार बन रही है और नरेंद्र मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे है यह अब तय हो गया है। लेकिन मध्य प्रदेश में जो कमाल हुआ वह बेमिसाल है। कांग्रेस यहां पूरी 29 सीटें हार रही है। यह बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी को उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यो में अपेक्षित सफलता नहीं मिली है।
सत्ता व संगठन की कमान काबिल लोगों के हाथ (MP Lok Sabha Election)
मध्य प्रदेश में यह कमाल हुआ काबिल लोगों के हाथ मे सत्ता व संगठन की कमान देने से। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चुनाव प्रचार में परिश्रम की पराकाष्ठा कर दी तो गलत नहीं होगा। प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद जी की रणनीति और इस रणनीति को सफल करने में उनके साथ दिन रात जुटे रहे लोकसभा प्रभारी बनाए गए महेंद्र सिंह ने ऐतिहासिक विजय की पटकथा लिखी। भाजपा ने यहां पिछले चुनाव में भी 29 में से 28 सीटें जीती थी, लेकिन तब की परिस्थिति और अब की परिस्थितियों में जमीन आसमान का अंतर है।
न्यू ज्वाइनिंग टोली ने निभाई अहम भूमिका (MP Lok Sabha Election)
विपरीत परिस्थियों में भी इस प्रचंड जीत में एक बड़ा या अहम फेक्टर न्यू ज्वाइनिंग टोली का भी रहा। जिसके संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा थे। इस टोली ने 4 लाख से अधिक कांग्रेसियो को बीजेपी में लाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओ का मनोबल तोड़ दिया। चुनाव के दौरान प्रतिदिन हज़ारों कांग्रेसियो के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ता निराश हो गया और घर बैठ गया। इसका ही परिणाम रहा कि कांग्रेस ने भले ही देश भर में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मध्य प्रदेश में साफ हो गई।