PM SHRI SCHOOL :- पीएमश्री योजना के उद्देश्य के अनुसार शिक्षक स्कूलों को चाइल्ड-फ्रेंडली बनाएं, जिसमें बच्चों को स्कूल जाना बोझ नहीं लगे और किताबें उनकी दोस्त हो। यह बात कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने कहा शिक्षा को उच्च गुणवत्ता युक्त बनाने के लिए शिक्षा की अधोसंरचना और संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करें। राज्य शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता कराई है l जिसका शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा शिक्षा विभाग एवं ट्रायबल विभाग के अधीन आने वाले स्कूल एवं स्कूली छात्रावास संचालित हैं।
बच्चों ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। बच्चों को स्कूल ही नहीं उनके छात्रावास में उनके रहने, खाने, पेयजल व्यवस्था, पंखे, टॉयलेट आदि सभी समुचित व्यवस्था करें। जिसमें छात्रावास के उद्देश्य पूरे हों। हमारा जिला ट्रायबल जिला है। कलेक्टर ने कहा शिक्षकों का दायित्व केवल स्कूल और शिक्षा तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों को स्कूल तक आने जाने के मार्ग में यदि वो नदी, नाला पार करके आना होता है तो उस पर ध्यान दें, प्रशासन के माध्यम से उस पर पुल, पुलिया का निर्माण कराए।
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जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कुशवाह ने बताया पीएमश्री योजना के अंतर्गत जिले में प्रथम चरण 13 स्कूलों का चयन किया था। इनमें ग्रामीण में 9 स्कूल और शहरी क्षेत्र के 4 स्कूल शामिल किए। द्वितीय चरण में 4 स्कूल शामिल किए जो सभी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल हैं। कलेक्टर सूर्यवंशी ने पीएमश्री योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों को अद्यतन जानकारी ली। उन्होंने कहा निर्माण गुणवत्तापूर्वक एवं समय सीमा में पूरा कराएं।