Betul News: बैतूल में कड़ाके की सर्दी और पाले ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। भैंसदेही ब्लॉक के खामला के मरावी डेडपानी और बारामचा क्षेत्र में रबी सीजन की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तीन से चार दिनों से लगातार पाला, कोहरा और कड़ाके की ठंड पड़ने से चना, तुवर, मसूर, मटर और सरसों की फसलें प्रभावित हुई हैं। किसानों ने प्रशासन से फसल का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है। स्थानीय किसानों के मुताबिक शनिवार और रविवार को पाला पड़ने से फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। फसलों की पत्तियां जली हुई नजर आ रही हैं, जिससे पूरे पौधे नष्ट हो गए। इस दौरान कुछ किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें मुआवजा नहीं मिला तो वे आत्महत्या कर लेंगे। भैंसदेही एसडीएम अजीत मरावी ने आश्वासन दिया कि पटवारियों की टीम बनाकर खेतों का निरीक्षण कराया जाएगा।Betul News रिपोर्ट के आधार पर किसानों को शासन द्वारा तय मुआवजा दिया जाएगा। इस क्षेत्र में पाले की गंभीर समस्या कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक कोहरे के कारण रबी सीजन की चने की फसल में एक खास तरह का रोग लग रहा है। इसे रोकने के लिए बुवाई से पहले मिट्टी और बीज को ट्राइकोडर्मा से उपचारित करना चाहिए। यह समस्या अरहर की फसल में भी देखी जा सकती है। एक बार फसल उग जाने के बाद इस समस्या का कोई इलाज नहीं है। खासकर खामला क्षेत्र में, जो जिले का ऊंचाई वाला इलाका है, पाले की समस्या ज्यादा गंभीर है।
Read Also : ग्राम पंचायत रंभा पलस्या में मुख्यमंत्री जन कल्याण शिविर का आयोजन